Haryana News : इस गैंगस्टर की घर पर एनआईए ने की छापेमारी,जानिए एनआईए के हाथ क्या लगा
सत्य खबर, जींद ।
जींद में बुधवार (26 नवंबर) सुबह नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की टीम ने रेड की। एनआईए दिल्ली का दाऊद कहे जाते नीरज बवाना गैंग के सदस्य दिनेश के रामबीर कॉलोनी स्थित आवास पर सुबह 4 बजे पहुंची। यहां टीम ने परिवार के लोगों से पूछताछ की। करीब साढ़े 4 घंटे बाद एनआईए की टीम वापस लौट गई।
एनआईए रेड की सूचना स्थानीय पुलिस को नहीं थी। जैसे ही पुलिस को सूचना मिली तो टीम रामबीर कॉलोनी पहुंची। घर के बाहर एनआईए टीम के साथ आए सुरक्षा कर्मचारी तैनात थे। स्थानीय पुलिस को रेड से दूर रखा गया। अभी यह खुलासा नहीं हुआ है कि एनआईए की रेड किस केस में हुई है।
दिनेश उर्फ टप्पा पिछले 9 साल से तिहाड़ जेल में बंद है। उस पर हत्या, शस्त्र अधिनियम समेत कई गंभीर मामले दर्ज है। ये सभी मामले दिल्ली के हैं। जींद में दिनेश पर कोई मामला दर्ज नहीं है।
जिस समय एनआईए की रेड हुई। उस समय घर पर दिनेश की मां बाला देवी और भाई मौजूद था। दोनों उस समय सो रहे थे। एनआईए की टीम ने दरवाजा खटखटाया। दिनेश के भाई ने गेट खोला तो काफी अधिकारी बाहर खड़े थे। उन्होंने परिवार को बताया कि वह एनआईए से हैं। उन्हें दिनेश के बारे में पूछताछ करनी है।
बाला देवी ने बताया कि एनआईए की टीम जाते हुए अपने साथ कुछ नहीं लेकर गई। उन्होंने हमसे सिर्फ पूछताछ की थी। हमने दिनेश को कई साल पहले ही बेदखल कर दिया था। कई सालों से वह घर भी नहीं आया है। वह हमारे संपर्क में नहीं है।
दिनेश के पिता की मौत हो चुकी है, जबकि एक भाई जींद में ही किराना की दुकान चलाता है। उसका बड़ा भाई स्पेन में रहता है। कुछ दिन पहले ही वह भारत आया था। 4 दिन पहले ही वह स्पेन लौटा है।
नीरज बवाना ने 2004 में 18 साल से कम उम्र में एक शख्स का कत्ल कर क्राइम की दुनिया में कदम रखा। इसके बाद उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा। दिल्ली-NCR में बड़े बिजनेसमैनों से फिरौती मांगने पर उसका नाम फिरौती किंग पड़ा। उसने कई महंगी जमीनों पर कब्जा किया। उस पर हत्या, मर्डर प्रयास और फिरौती वसूली के 100 से ज्यादा केस दर्ज हैं।
नीरज बवाना लंबे समय से दिल्ली की तिहाड़ जेल में ही बंद हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नीरज बवाना का नाम अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की D कंपनी से भी जुड़ चुका है। दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के कत्ल के लिए D कंपनी ने नीरज बवाना से ही संपर्क कर सुपारी दी थी।
जेल अधिकारियों ने इसकी भनक लगने के बाद तिहाड़ जेल में सुरक्षा बढ़ा दी और छोटा राजन को जेल के दूसरे एरिया में शिफ्ट कर दिया था। नीरज बवाना के गैंग में 300 से ज्यादा शूटर हैं।